जाति न पूछो साधु की,
पूछ लीजिए ग्यान।
मोल करो तलवार के,
पड़ा रहन दो म्यान।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
जिन ढूँढा तिन पाइयॉं,
गहरे पानी पैठ।
मैं बपुरा बूडन डरा,
रहा किनारे बैठ।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
सॉंच बराबर तप नहीं,
झूठ बराबर पाप।
जाके हिरदै सॉंच है,
ताके हिरदै आप।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
बोली एक अनमोल है,
जो कोई बोलै जानि।
हिये तराजू तौलि के,
तब मुख बाहर आनि।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
अति का भला न बोलना,
अति की भली न चूप।
अति का भला न बरसना,
अति की भली न धूप।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
पाहन पुजे तो हरि मिले,
तो मैं पूजूँ पहाड़।
ताते या चाकी भली,
पीस खाए संसार।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
निंदक नियरे राखिए,
ऑंगन कुटी छवाय।
बिन पानी, साबुन बिना,
निर्मल करे सुभाय।।
पूछ लीजिए ग्यान।
मोल करो तलवार के,
पड़ा रहन दो म्यान।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
जिन ढूँढा तिन पाइयॉं,
गहरे पानी पैठ।
मैं बपुरा बूडन डरा,
रहा किनारे बैठ।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
सॉंच बराबर तप नहीं,
झूठ बराबर पाप।
जाके हिरदै सॉंच है,
ताके हिरदै आप।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
बोली एक अनमोल है,
जो कोई बोलै जानि।
हिये तराजू तौलि के,
तब मुख बाहर आनि।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
अति का भला न बोलना,
अति की भली न चूप।
अति का भला न बरसना,
अति की भली न धूप।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
पाहन पुजे तो हरि मिले,
तो मैं पूजूँ पहाड़।
ताते या चाकी भली,
पीस खाए संसार।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~
निंदक नियरे राखिए,
ऑंगन कुटी छवाय।
बिन पानी, साबुन बिना,
निर्मल करे सुभाय।।
अच्छी प्रस्तुति। बधाई। ब्लॉगजगत में स्वागत।
जवाब देंहटाएंAnek shubhkamnaon sahit wsagat hai!
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत में आपका स्वागत है... हिंदी में आपका लेखन सराहनीय है, इसी तरह तबियत से लिखते रहिये.
जवाब देंहटाएंkabir , wah! memorable
जवाब देंहटाएंअच्छा ब्लॉग है ।
जवाब देंहटाएंअछी ज्ञान की बाते है जी
मेने भी ब्लॉग बनाया है ।
Rajyadavbagwadiya. blogspot.
com
Jarur dekhna